राजस्थान के जोधपुर जिले में एक दुखद घटना सामने आई है। जहां प्रताप नगर के विवेक विहार इलाके में रहने वाले एक दलित युवक की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। बताया जा रहा है कि युवक की मौत अत्यधिक इंजेक्शन लगाने से हुई है। मृतक ऑटो रिक्शा चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था। परिजनों ने जीत अस्पताल पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए हैं।
जानिए क्या है पूरा मामला
युवक को इलाज के लिए जीत अस्पताल में भर्ती कराया गया था। ऑपरेशन से पहले उसे एनेस्थीसिया का इंजेक्शन दिया गया था। आरोप है कि अत्यधिक इंजेक्शन लगाने से युवक की हालत बिगड़ गई। उसकी हालत गंभीर होने पर उसे तुरंत एम्स अस्पताल रेफर किया गया लेकिन वहां उसकी मौत हो गई।
परिजनों और समाज में गुस्सा
युवक की मौत के बाद परिजनों और दलित समाज में गुस्सा है। लोग जीत अस्पताल के खिलाफ सख्त कार्रवाई और आर्थिक मुआवजे की मांग कर रहे हैं। परिजनों का कहना है कि अस्पताल की लापरवाही ने एक गरीब परिवार का कमाने वाला छीन लिया।
पुलिस और मेडिकल बोर्ड की कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए विवेक विहार थाना पुलिस सक्रिय है। पुलिस ने मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल को पत्र लिखकर पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल बोर्ड गठित करने को कहा है। हालांकि, परिवार की सहमति न होने के कारण पोस्टमार्टम नहीं हो सका। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए थानाधिकारी दिलीप खदाव मौके पर मौजूद हैं। यह मामला जोधपुर में चर्चा का विषय बन गया है। लोग न्याय की मांग कर रहे हैं। इस मामले में पुलिस और प्रशासन क्या कार्रवाई करता है, इस पर नजर रखी जा रही है।