Next Story
Newszop

श्रीगंगानगर के बाद जैसलमेर में पाकिस्तानी मिसाइलों का खतरा, वीडियो में जानें ड्रोन गतिविधियां बनीं चिंता का कारण

Send Push

राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है, लेकिन बाड़मेर और जैसलमेर अब भी सुरक्षा के लिहाज से संवेदनशील बने हुए हैं। इन जिलों में पाकिस्तानी ड्रोन की लगातार गतिविधियां चिंता का कारण बनी हुई हैं। हाल ही में 12 मई की रात बाड़मेर में अचानक 10-12 ड्रोन का एक झुंड भारतीय सीमा में दाखिल हुआ, जिससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। लेकिन भारतीय सेना के डिफेंस सिस्टम ने उसे सक्रियता से नष्ट कर दिया, जिससे कोई बड़ा हादसा टल गया।

बाड़मेर में ड्रोन की यह घटना सेना और सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक और चेतावनी थी, क्योंकि पिछले कुछ महीनों में पाकिस्तान की ओर से इस तरह की ड्रोन गतिविधियों में वृद्धि देखी जा रही है। ड्रोन के जरिए ड्रग्स, हथियारों और खुफिया सूचनाओं के आदान-प्रदान के साथ-साथ आतंकवादी गतिविधियों को भी अंजाम दिया जा सकता है, जो सुरक्षा के लिहाज से बेहद खतरनाक है।

13 मई को पाकिस्तान ने फिर से जैसलमेर में एक नई चाल चली, जहां पाकिस्तान की ओर से फिर से ड्रोन गतिविधि की जानकारी सामने आई। हालांकि, फिलहाल इस ड्रोन को भारतीय सुरक्षा बलों ने नष्ट कर दिया है, लेकिन इस घटना से साफ हो गया है कि पाकिस्तान सीमा पर सुरक्षा उल्लंघन के लिए लगातार ड्रोन का उपयोग कर रहा है।

स्थानीय पुलिस और सेना दोनों ही क्षेत्रों में लगातार गश्त बढ़ा चुके हैं। सीमा सुरक्षा बल (BSF) और भारतीय वायुसेना द्वारा ड्रोन रोधी तकनीक और प्रणाली को और मजबूत किया गया है ताकि किसी भी संभावित खतरे से निपटा जा सके। सीमा पर ड्रोन की गतिविधियों को देखते हुए सुरक्षा बलों ने अपने गश्ती कार्यक्रमों को और सख्त कर दिया है और साथ ही, नागरिकों से भी सतर्क रहने की अपील की है।

इसी बीच, बाड़मेर और जैसलमेर के निवासी अब कुछ राहत महसूस कर रहे हैं क्योंकि श्रीगंगानगर जिले में स्थिति पहले ही सामान्य हो चुकी है, और इन जिलों में जीवन धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहा है। हालांकि, पाकिस्तान से आ रही ड्रोन गतिविधियों के चलते सुरक्षा इंतजामों को मजबूत किया गया है और इन जिलों में किसी भी प्रकार के सुरक्षा उल्लंघन से बचने के लिए खास तैयारी की जा रही है।

राजनीतिक और सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान द्वारा सीमा पार ड्रोन गतिविधियों का उद्देश्य भारत के खिलाफ उपद्रव फैलाना और आतंकी गतिविधियों में इजाफा करना हो सकता है। सुरक्षा बलों का कहना है कि इस तरह के खतरे को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता और इसके खिलाफ कड़े कदम उठाए जाएंगे।

Loving Newspoint? Download the app now