Next Story
Newszop

भारत पाकिस्तान बॉर्डर पर ड्रग्स की फैक्ट्री का भंड़ाफोड़, फुटेज में देखें धोरों के बीच छूपी थी खुफीया लैब, पुलिस ने 2 तस्करों को दबोचा

Send Push

राजस्थान के सीमावर्ती जिले बाड़मेर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। पुलिस ने धोरों के बीच स्थित एक सुनसान इलाके में एमडी ड्रग (मेथामफेटामाइन) बनाने की अवैध फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। यह फैक्ट्री भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा से महज 32 किलोमीटर दूर स्थित है, जिससे मामला सुरक्षा और तस्करी के लिहाज से बेहद संवेदनशील बन गया है।

जिला पुलिस की विशेष टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर सोमवार देर रात यह कार्रवाई की। फैक्ट्री से दो तस्करों को मौके से डिटेन किया गया है, जबकि एक अन्य तस्कर अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया। पुलिस की टीमें उसकी तलाश में जुटी हुई हैं और सीमावर्ती क्षेत्रों में सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।

हाईटेक लैब से मिला ड्रग मटेरियल

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह फैक्ट्री पूरी तरह से हाईटेक तरीके से संचालित की जा रही थी। मौके से एमडी ड्रग तैयार करने के उपकरण, केमिकल्स, भारी मात्रा में तैयार माल और पैकेजिंग सामग्री बरामद की गई है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि यह रैकेट अंतरराज्यीय स्तर पर फैला हुआ हो सकता है और इसमें अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन की भी आशंका जताई जा रही है।

सीमावर्ती क्षेत्र में सक्रिय तस्करी नेटवर्क

बाड़मेर जैसे संवेदनशील सीमावर्ती जिले में इस तरह की ड्रग फैक्ट्री का मिलना सुरक्षा एजेंसियों के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गया है। सूत्रों के मुताबिक, तस्करों ने इस फैक्ट्री को रेतीले धोरों के बीच ऐसी जगह पर स्थापित किया था, जहां सामान्य जन-जीवन की कोई हलचल नहीं होती। इसका उद्देश्य कानून से बचना और मादक पदार्थों की आपूर्ति को छुपाकर अंजाम देना था।

पुलिस की सतर्कता से बड़ी साजिश नाकाम

बाड़मेर एसपी ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि गुप्त सूचना के बाद की गई इस कार्रवाई में ड्रग तस्करों के एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है। उन्होंने बताया कि डिटेन किए गए दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी है और जल्द ही पूरे गिरोह के बारे में विस्तृत जानकारी सामने आने की उम्मीद है।

Loving Newspoint? Download the app now