मंदसौर। मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में नारायणगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम काचरिया चौपाटी के पास रविवार दोपहर बाइक को टक्कर मारने के बाद एक तेज रफ्तार ईको वैन अनियंत्रित होकर बिना मुंडेर के कुएं में गिर गई। इस हादसे में 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि दो बच्चों समेत चार लोग घायल हो गए। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। मृतकों में वैन में सवार 10 लोगों के अलावा कुएं में गिरे लोगों को बचाने उतरा युवक और बाइक चालक भी शामिल है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं।
जानकारी के अनुसार, ईको वैन में रतलाम जिले के जावरा क्षेत्र स्थित ग्राम खोजनखेड़ा से 14 लोग सवार थे। ये लोग रविवार को उज्जैन नीमच जिले के मनासा क्षेत्र के आंतरी माता मंदिर दर्शन के लिए जा रहे थे। दोपहर करीब एक बजे जिले के नारायणगढ़ थाना क्षेत्र में ग्राम काचरिया चौपाटी के पास बूढ़ा-टकरावद फंटे पर तेज रफ्तार वैन की एक बाइक से टक्कर हो गई। टक्कर लगते ही वैन बेकाबू हो गई और कुएं में जा गिरी। इस हादसे में वैन में सवार 14 में से 10 लोगों की जान चली गई। इसके अलावा एक बाइक सवार और एक शख्स जो बचाव कार्य के लिए कुएं में उतरा था, उसकी भी मौत हो गई।
हादसे की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। उन्होंने अपने स्तर पर रेस्क्यू शुरू किया। थोड़ी ही देर में पुलिस और प्रशासन की टीम भी पहुंची। एसडीईआरएफ की टीम को भी बुलाया गया। टीम रस्सियों के सहारे कुएं में उतरी और रेस्क्यू ऑपरेशन किया। मौके पर क्रेन भी बुलाई गई। क्रेन की मदद से वैन को कुएं से बाहर निकाला गया। जिसके बाद मोटर लगाकर कुएं का पानी निकाला। टीम ने चार लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला, वहीं एक-एक कर 11 शव भी बाहर निकाले गए। घंटों की मशक्कत के बाद कार को निकाला जा सका। मृतकों में कार सवारों को बचाने के लिए कुएं में उतरा ग्रामीण मनोहर सिंह भी शामिल है।
मौके पर उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा भी पहुंच गए थे। वे पूरे समय मौके पर ही रहे। कलेक्टर अदिति गर्ग, एसपी अभिषेक आनंद, एडिशनल एसपी गौतम सोलंकी, एसडीओपी नरेंद्र सोलंकी भी मौके पर मौजूद रहे। उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने रेस्क्यू को लेकर टीम को जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हादसे के बारे में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से बात की है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजन और घायलों के लिए मुआवजे की घोषणा की है।
देवड़ा ने बताया कि इस हादसे में कुल 16 लोग शामिल थे, जिनमें दो बच्चे भी थे। पहले बच्चों को निकालकर अस्पताल भेजा गया। गाड़ी बड़ी मुश्किल से बाहर लाई गई है। कुएं में जहरीली गैस के कारण, बचाने गए मनोहर सिंह की भी मौत हुई है। उन्होंने 2-3 लोगों को बाहर निकाला था। मुझे जैसे ही घटना के बारे में पता चला, मैं सीधा यहीं आ गया। जिले के सारे अधिकारी भी यहीं हैं।
रतलाम रेंज के डीआइजी मनोज कुमार सिंह ने कहा कि कुएं में गिरे लोगों की मौत अंदरूनी चोट लगने या वाहन से निकली गैस के प्रभाव में आने से हुई यह स्पष्ट नहीं हो सका है। पोस्टमार्टम से स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान बलराम (25) पुत्र हेमराज निवासी ग्राम डाबी पिपलिया, जिला उज्जैन, नागु सिंह (35) पुत्र उदा पटेल निवासी जोगी पिपलिया जिला रतलाम, रामी बाई (60) पत्नी पूरालाल कीर, निवासी खोजनखेड़ा जिला रतलाम, कान्हा (40) पुत्र मानसिंह कीर निवासी जोगी पिपलिया जिला रतलाम, श्यामलाल (30) पुत्र निवासी खोजनखेड़ा जिला रतलाम, आशा (30) पत्नी राकेश कीर निवासी खोजनखेड़ा जिला रतलाम, मंगू बाई (50) पत्नी दुल्ला कीर निवासी खोजनखेड़ा जिला रतलाम, धर्मेन्द्र सिंह (39) पुत्र मदन सिंह राजपूत निवासी खोजनखेड़ा जिला रतलाम,पवन (30) पुत्र दुल्ला कीर निवासी खोजनखेड़ा जिला रतलाम, मधु (30) पत्नी मनोहर गहलोत निवासी हरिया खेड़ी जिला उज्जैन, गोवर्धन (65) पुत्र देवी सिंह राजपूत निवासी आबाखेड़ी जिला मंदसौर (बाइक चालक, जिन्हें वैन ने टक्कर मारी) और मनोहर (42) पुत्र शीतल सिंह निवासी ग्राम दोरवाड़ी जिला मंदसौर (कार सवारों को बचाने के लिए कुए में उतरे थे) के रूप में हुई है।
वहीं, हादसे में चार लोग घायल हुए हैं। इनमें देवेन्द्र (10) पुत्र मनोहर गहलोत निवासी हरियाखेड़ी जिला उज्जैन, मुकेश (28) पुत्र बगदीराम कीर निवासी जोगी पिपलिया जिला रतलाम, माया (26) पत्नी बलराम कीर निवासी पिपलिया डाबी जिला उज्जैन और तीन वर्षीय प्रियांशी पुत्री बलराम निवासी पिपलिया डाबी जिला उज्जैन शामिल है।
मुख्यमंत्री ने हादसे पर व्यक्त किया दुख
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया एक्स के माध्यम से कहा कि मंदसौर जिले के नारायणगढ़ थाना क्षेत्र में हुए भीषण सड़क हादसे में गहरे कुएं में कार गिर जाने से 12 लोगों की असामयिक मृत्यु का दुखद समाचार मिला है। स्थानीय प्रशासन ने बचाव कार्य करते हुए हादसे में हुए घायलों को इलाज हेतु नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया है। उन्होंने मुख्यमंत्री आर्थिक सहायता कोष से प्रत्येक मृतक के परिजन को दो-दो लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को एक-एक लाख रुपये और सामान्य रूप से घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता राशि देने के निर्देश दिए है। मुख्यमंत्री ने बाबा महाकाल से प्रार्थना है कि दिवंगतों की पुण्यात्मा को शांति प्रदान कर अपने श्रीचरणों में स्थान दें। दुख की इस घड़ी में परिवारजन को इस अपार दुख को सहने की शक्ति दें। मुख्यमंत्री ने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।
You may also like
शॉर्ट सर्किट से भड़की आग ने मचाया तांडव, 50 बीघे में फैली, बस्ती पर खतरा
दो बेटी, पत्नी और टीचर के हत्यारे की फांसी की सजा बरकरार
नैनी में धारदार हथियार से पति की हत्या, पत्नी को मरणसन्न हालत में छोड़ भागे अपराधी
अनियंत्रित ट्रक ने मासूम बच्चे को कुचला, मौत
बिहार से सटे भरौली में एनएच पर लगने वाले जाम की समस्या का होगा समाधान