
दमोह: मध्यप्रदेश के दमोह जिले से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। दमोह मुख्यालय से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर मंगलवार देर रात दमोह-सागर मार्ग पर एक मालवाहक ऑटो के पलटने से लगभग 12 लोग घायल हो गए। घटना की गंभीरता को देखते हुए दमोह कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने खुद घायलों का हाल जानने के लिए तुरंत जिला चिकित्सालय का रुख किया और कुछ गंभीर रूप से घायल लोगों को अपनी गाड़ी में लेकर अस्पताल पहुंचाया।
घटना की सूचना मिलते ही दमोह अनुविभागीय दण्डाधिकारी (एसडीएम) आर.एल. बागरी भी मौके पर पहुंचे और जिला चिकित्सालय में घायलों से बातचीत कर स्थिति की जानकारी ली। घायलों में से लगभग 5 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। गंभीर घायलों में से एक को जबलपुर रिफर किया गया है, जबकि बाकी का इलाज दमोह जिला अस्पताल में जारी है। सिविल सर्जन डा. प्रहलाद पटेल और अन्य चिकित्सक घायलों की देखभाल में पूरी तरह तैनात हैं और उन्हें हर संभव सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
जानकारी के अनुसार यह दुर्घटना दमोह देहात थाना क्षेत्र के ग्राम कोंरासे के पास हुई। ऑटो में बैठे सभी घायल सागर जिले के निवासी हैं, जो बांदकपुर देव जागेश्वरनाथ के दर्शन के लिए आए हुए थे। दर्शन के बाद लौटते समय यह अप्रिय घटना घटी। ऑटो चालक दिनेश ने बताया कि रास्ते में किसी व्यक्ति द्वारा उन्हें रोकने का प्रयास किया गया। रोकने का विरोध करने पर ऑटो पर डंडे से हमला किया गया, जिससे वाहन पलट गया। हालांकि, पुलिस इसे हादसा बता रही है।
नगर पुलिस अधीक्षक एच.आर. पांडे ने बताया कि देहात थाना प्रभारी रचना मिश्रा मामले की गहन जांच कर रही हैं। उनका कहना है कि सड़क पर घायल अवस्था में एक व्यक्ति मिला है, जिसे जबलपुर भेजा गया है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि वह व्यक्ति ऑटो टक्कर से घायल हुआ है या किसी अन्य कारण से। पुलिस इस पर विस्तार से जांच कर रही है। इस हादसे में घायलों की संख्या और चोटों की गंभीरता के चलते जिले में सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को लेकर भी चिंता बढ़ गई है। स्थानीय लोगों ने बताया कि दमोह-सागर मार्ग पर रात के समय सड़क पर गाड़ियों की गति और ट्रैफिक की अनियमितता अक्सर दुर्घटनाओं का कारण बनती है। ऐसे में प्रशासन द्वारा रोड सेफ्टी और पैदल मार्ग की सुरक्षा को बढ़ाना आवश्यक हो गया है।
घटना के बाद दमोह जिला अस्पताल में आपातकालीन इंतजाम किए गए। घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद उनकी स्थिति के अनुसार भर्ती किया गया। गंभीर रूप से घायल लोगों को तत्काल विशेष सुविधा वाले वार्ड में रखा गया। डॉक्टरों ने बताया कि सभी घायलों की स्थिति स्थिर है, लेकिन उनका लगातार इलाज जारी रहेगा। स्थानीय प्रशासन ने दुर्घटना के बाद राहत एवं बचाव कार्य को त्वरित रूप से अंजाम दिया। कलेक्टर और एसडीएम की त्वरित मौजूदगी ने घायलों और उनके परिजनों को थोड़ी राहत पहुंचाई। इसके साथ ही प्रशासन ने प्रभावित लोगों को हर संभव मदद और सुविधा उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।
स्थानीय लोग भी दुर्घटना के बाद अस्पताल पहुंचे और घायलों की मदद की। क्षेत्रीय निवासी इसे एक गंभीर चेतावनी मान रहे हैं कि सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों का पालन न करने के परिणाम कितने गंभीर हो सकते हैं। इस मामले में पुलिस ने अभी तक किसी आरोपित की गिरफ्तारी नहीं की है और जांच जारी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी और थाना प्रभारी लगातार घटनास्थल और अस्पताल में मौजूद हैं। उनका कहना है कि जांच के बाद ही स्पष्ट किया जाएगा कि यह पूरी तरह सड़क दुर्घटना थी या किसी प्रकार की साजिश या झगड़े का परिणाम।
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