भीलवाड़ा। भीलवाड़ा जिले के मांडल थाना पुलिस ने बुजुर्ग महिला की हत्या व लूट की गंभीर वारदात का खुलासा करते हुए शातिर अपराधियों शंकर कालबेलिया और सुरेश मोग्या को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपिताें का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है और वे पूर्व में भी दर्जनों लूट की वारदातों में शामिल रहे हैं। जिला पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह यादव ने बताया कि जिले में बढ़ती चोरी, लूट व नकबजनी की घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रोशन पटेल के निर्देशन में और मांडल डिप्टी मेघा गोयल के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। मांडल थानाधिकारी राजपाल सिंह और उनकी टीम ने गहनता से जांच करते हुए वारदात का पर्दाफाश किया। घटना 24 अप्रैल की रात की है, जब भीमडियास गांव में रामू देवी अपने मकान के छपरे में सो रही थीं। तभी दो अज्ञात व्यक्ति मकान में घुस आए और रामू देवी की नाक से सोने की बाली छीनने का प्रयास किया। विरोध करने पर आरोपिताें ने बुजुर्ग महिला के साथ गंभीर मारपीट की, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं और इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।
वारदात की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस ने आस-पास के इलाकों में सघन तलाशी अभियान चलाया। 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले गए और हजारों मोबाइल नंबरों का विश्लेषण कर संदिग्धों की पहचान की गई। पूर्व में लूटपाट के मामलों में संलिप्त अपराधियों से भी पूछताछ कर महत्वपूर्ण सुराग हासिल किए गए। लगातार दबिश देने और इलेक्ट्रॉनिक व मानवीय सूचना के विश्लेषण के आधार पर पुलिस ने शंकर कालबेलिया (निवासी अरणी, थाना राशमी, जिला चित्तौड़गढ़) और सुरेश मोग्या (निवासी भाणूजा डांग, थाना निकुंभ, जिला चित्तौड़गढ़) को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के दौरान साइबर सेल के कांस्टेबल कमलेश को हाथ और पैर में चोट भी आई। एसपी ने बताया कि शंकर और सुरेश रात्रि के समय छोटे गांवों में बुजुर्ग पुरुषों और महिलाओं को निशाना बनाते थे। सोते समय पीड़ितों के साथ मारपीट कर उनके सोने-चांदी के जेवरात लूटकर फरार हो जाते थे।
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