हल्द्वानी। हाई-वे पर कमजोर हो चुके पेड़ों को चिन्हित कर उनका छटान करने के बाद पेड़ों को वन विभाग की ओर से काटा जाएगा। बरसात में पेड़ों को गिरने से कोई हादसा ना हो सके,इसके लिए ड्रीएफओं ने वनाधिकारियों को आदेश दिए हैं।
इसके चलते रामनगर-हल्द्वानी मार्ग,रामनगर-पाटकोट मार्ग, पवलगढ़, कोटाबाग, कालाढूंगी, फतेहपुर, नैनीताल मार्ग सहित अन्य मार्गों पर सड़क कितारे खड़े कमजोर पेड़ों को चिन्हित किया जाएगा। वन कर्मियों को ऐसे पेड़ों को चिन्हित करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके बाद उनका छटान किया जाएगा। छटान करने के बाद इन पेड़ों को काटा जाएगा।
रामनगर वन प्रभाग के डीएफओ दिगंध नायक के अनुसार एक सप्साह के अंदर कमजोर हो चुके पेड़ों को चिन्हित किया जाएगा। छटान करने के बाद इन पेड़ों को काटा जाएगा।
ज्ञात हो कि आंधी-तूफान के साथ हुई मूसलाधार बारिश के चलते कई पेड़ गिर जाते हैं, ऐसा सबसे ज्यादा कमजोर हो चुके पेड़ों के साथ होता है। पेड़ों के गिरने की वजह से बिजली के खंभे, सड़क, वाहन इत्यादि चीजों को नुकसान का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा पेड़-पौधों के सड़कों पर गिरने से यातायात प्रभावित होने के अलावा इनसे जानमाल की हानि की संभावना भी होती है।
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